भगवान शिव को भोलेनाथ कहा जाता है क्योंकि वे सरल पूजा से ही प्रसन्न हो जाते हैं। विशेष रूप से सावन में शिवलिंग पर कुछ विशेष वस्तुएं चढ़ाने से शारीरिक और मानसिक रोगों से मुक्ति मिलती है।
रोग नाश के लिए शिवलिंग पर चढ़ाई जाने वाली वस्तुएं:
1. गंगाजल से अभिषेक (पवित्र जल)
रोग, पाप और शारीरिक कष्टों को दूर करता है।
हर सोमवार शिवलिंग पर गंगाजल चढ़ाएं।
2 कच्चा दूध से अभिषेक
कच्चे दूध से अभिषेक करने से मानसिकता शांति मिलती और यह तंत्रिकाओं संबंधित बीमारियों को भी समाप्त करता है जैसे सर दर्द अनिद्रा चिंता आज के लिए यह अभिषेक बहुत लाभकारी है
3. शहद से अभिषेक
यदि आप भगवान शिव का शहद अभिषेक करते हैं खांसी गले से जो भी तकलीफ यह रोग है वह समाप्त होते है एवं मन शांत होता है
4. बेलपत्र से अभिषेक करने से
बेलपत्र भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है बेलपत्र से अभिषेक करने से हृदय रोग रक्तचाप मानसिक तनाव एवं सभी प्रकार के शारीरिक विकारो का नाश होता है
5. धतूरा और आक चढ़ाने से लाभ
यदि आपको बहुत पुराना रोग है जिसका निवारण नही हो रहा हो तो भगवान शिव को धतूरा और आक चढ़ाना चाहिए
6. कपूर और चंदन चढ़ाने से लाभ
यदि आपको मानसिक रोग है तनाव व चित्त की अशांति है तो कपूर और चंदन शिव भगवान शिव का अभिषेक करें ।
शिवलिंग पर चंदन का लेप करें।
7. नीलगिरी तेल की कुछ बूँदें जल में मिलाकर चढ़ाएं
यह हवा और फेफड़ों से संबंधित रोगों में उपयोगी है।
8. भस्म
शिव तत्त्व का प्रतीक भस्म होता है भगवान शिव का अर्थ शिवलिंग का भस्म से लेपन करने से रोग, भय, बाधा और नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा करता है।
विशेष मंत्र जपें रोग नाश के लिए:
“ॐ त्र्यंबकं यजामहे सुगंधिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥”
(महामृत्युंजय मंत्र)
इस मंत्र का जाप शिवलिंग पर जल चढ़ाते हुए करें।
कम से कम 108 बार रोजाना करें।
